सवारियों के चक्कर में बीच सड़क पर खड़े होते हैं ऑटो-ई रिक्शा
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में चैराहों पर सवारी के इंतजार में खड़े ऑटो और ई रिक्शा शहर में ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा कारण बन रहे हैं। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस उन्हें हटाने के लिए ठोस कार्रवाई नहीं कर रही। शहर के लोगों को चैराहों पर बने इन अवैध स्टैंडों से परेशान होना पड़ता है। चैराहा घेर कर ऑटो और ई रिक्शा के खड़े होने की समस्या सबसे ज्यादा चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने है। यहां चारबाग बस स्टेशन से लेकर रवींद्रालय, नाका तिराहा और रवींद्रालय तिराहा घेर कर सैंकड़ों की संख्या में ऑटो और ई रिक्शा वाले खड़े होते हैं। कई बार स्थिति यह हो जाती है कि पहले सवारी भरने के चक्कर में यह पूरी सड़क पर ही एक के बगल में एक कर के खड़े होकर जाम लगा देते हैं। चेतावनी बोर्ड के पास ही खड़े रहते हैं पॉलीटेक्निक चैराहा शहर के व्यस्तम चैराहों में शुमार है। यहां पर गोमतीनगर की तरफ दोनों साइड, अयोध्या रोड की तरफ और मुंशी पुलिया की तरफ ऑटो और ई-रिक्शा वालों ने ठीक चैराहे के पास अवैध स्टैंड तक बना ही लिए हैं। चैराहे पर बने बूथ के सामने भी हमेशा छह से सात ई रिक्शा खड़े रहते हैं। गोमतीनगर से मुंशी पुलिया जाने वाली चार लेन की सड़क पर तीन लेन तक इनका कब्जा रहता है। मुंशी पुलिया की तरफ से आने पर चैराहे से 20 मीटर आगे ऑटो और ई रिक्शा को खड़ा करने को लेकर चेतावनी बोर्ड लगा है। ऑटो और ई रिक्शा वालों की ढिठाई इतनी कि इस बोर्ड के पास ही खड़े रहते हैं। इसी तरह मुंशीपुलिया चैराहे से अरिवंदों की तरफ जाने वाली रोड को भी एक तरह से अवैध स्टैंड बनाकर लाइन से ई-रिक्शा खड़े रहते हैं, जो थाना इंदिरा नगर क्षेत्र की अरविंदों चैकी के अन्तर्गत आता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई बार इसी जाम फायदा उठाते हुए महिला के गले से चेन स्नेचिंग की भी घटना हो चुकी है। इस तरह की घटना होने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन या ट्रैफिक पुलिस इस पर किसी प्रकार से कार्रवाई करने से पीछे हटती नजर आती है। पुलिस की उदासीनता के चलते आए दिन चैराहे पर जाम की समस्या बनी रहती है।