70 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, रामकेवल बना निजामपुर का पहला 10वीं पास छात्रकिसान सरकार ट्रस्ट ने ली शिक्षा की जिम्मेदारी

70 साल का रिकॉर्ड तोड़ा रामकेवल बना निजामपुर का पहला 10वीं पास छात्रकिसान सरकार ट्रस्ट ने ली शिक्षा की जिम्मेदारी

बाराबंकी। जिले के निजामपुर गांव का नाम अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। गांव के 15 वर्षीय रामकेवल ने 10वीं की परीक्षा पास कर 70 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। करीब 30-40 घरों वाले इस छोटे से गांव में यह पहली बार हुआ है कि कोई लड़का 10वीं पास हुआ हो।रामकेवल का परिवार बेहद साधारण है। वह तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं और घर की आर्थिक जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधों पर है। शादी-ब्याह के सीजन में रामकेवल रात को सिर पर रोड लाइट उठाकर मजदूरी करते हैं, जिससे उन्हें 200-300 रुपये की आमदनी होती है। इन्हीं पैसों से वह अपनी पढ़ाई का खर्च भी उठाते थे। रामकेवल बताते हैं कि काम से लौटने के बाद देर रात पढ़ाई के लिए समय निकालते थे। जो समझ में नहीं आता, उसे नोट कर लेते और अगली सुबह अपने शिक्षक से समझते। इस कठिन संघर्ष और आत्मविश्वास के बल पर उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास कर मिसाल कायम की है। रामकेवल की मेहनत और लगन से प्रेरित होकर किसान सरकार ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेश संगठन मंत्री आशु चैधरी ने उन्हें गोद लिया है। ट्रस्ट अब रामकेवल की आगे की पूरी शिक्षा का खर्च उठाएगा। इस अवसर पर रामकेवल को शिक्षण सामग्री भेंट कर सम्मानित किया गया, साथ ही उनके माता-पिता को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में प्रदेश संगठन मंत्री आशु चैधरी के साथ संदीप श्रीवास्तव, सोनू चैधरी, अजीत सिंह, अमरदीप मौर्या, मनीष पटेल, शरद शर्मा, सत्येंद्र कुमार, वाजिद अली, शिवम विश्वकर्मा सहित किसान साथी और गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।रामकेवल की कहानी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है कि कठिन से कठिन हालात में भी अगर जज्बा हो तो सफलता जरूर मिलती है।

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